राज्यसभा सचिवालय ने सितंबर में आयोजित संसद के विशेष सत्र के दौरान विशेषाधिकार हनन और सदन की अवमानना के संबंध में बीआरएस के 5 राज्यसभा सांसदों के खिलाफ नोटिस जारी किया है।
बीआरएस सांसदों में केशव राव, केथी रेड्डी सुरेश रेड्डी, दामोदर राव दिवाकोंडा, वद्दीराजू रविचंद्र और बदुगुला लिंगैया यादव के नाम शामिल है। राज्यसभा के सभापति के कार्यालय की ओर से सदन के नियमों का उल्लंघन करते हुए तख्तियां प्रदर्शित करने का आरोप है।
ये नोटिस बीजेपी के राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर की शिकायत के बाद जारी किए गए हैं। उन्होंने राज्यसभा सांसदों द्वारा सदन के नियमों के उल्लंघन का हवाला देते हुए शिकायत दर्ज की।
विशेषाधिकार समिति के नोटिस में कहा गया है- “8 नवंबर, 2023 को हुई बैठक में समिति ने इस मामले पर विचार किया। समिति ने अपनी आगे की कार्रवाई तय करने से पहले इस पर आपके विचारों/टिप्पणियों को सुनने का फैसला किया।”
इसके बाद समिति ने बीजेपी सांसद विवेक ठाकुर की शिकायत स्वीकार की। सभी बीआरएस सांसदों को 28 नवंबर को समय सीमा से पहले प्रतिक्रिया में अपनी टिप्पणियां देने का निर्देश दिया गया है। नोटिस में कहा गया है कि “कृपया इस मामले में मंगलवार, 28 नवंबर, 2023 तक अपनी टिप्पणियां प्रस्तुत करें, ताकि इसे समिति के समक्ष विचारार्थ रखा जा सके।”
राज्यसभा सभापति ने राज्यसभा में प्रक्रिया और कार्य संचालन नियमों के नियम 188 के तहत बीजेपी सांसद विवेक ठाकुर की शिकायत पर विचार कर ये निर्णय लिया। तेलंगाना में मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव हैं। वह भारत राष्ट्र समिति बीआरएस के अध्यक्ष भी हैं। इसका पूर्व तेलंगाना राष्ट्र समिति था।