प्रदेश के किन्नरों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए योगी सरकार ने पहल की है. इसके तहत अब किन्नरों को पेंशन देने की तैयारी है, इनको सालाना 12 हजार रुपए पेंशन के तौर पर देने की योजना उत्तर प्रदेश सरकार बना रही है. यह पैसा वृद्धा पेंशन की तरह तिमाही आधार पर लाभार्थियों के खातों में ट्रांसफर किया जाएगा. समाज कल्याण विभाग ने किन्नरों का रजिस्ट्रेशन कराना शुरू कर दिया है.
विभाग ने शुरू की किन्नरों के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया
समाज कल्याण विभाग ने किन्नरों की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को शुरू कर दिया है. थर्ड जेंडर को पेंशन, सरकारी योजनाओं जैसे आयुष्मान कार्ड, केंद्र की स्माइल योजना का लाभ और यात्रा सुविधा दिलाने के लिए सर्वे के जरिए किन्नरों का डेटा लेकर उनका पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करा रहा है. बता दें कि प्रदेश में थर्ड जेंडर की संख्या करीब 1.25 लाख है. जानकारी के मुताबिक अब तक कुल 1070 किन्नरों का रजिस्ट्रेशन कराया जा चुका है.
किन्नर बोर्ड का हो चुका है गठन
इससे पहले साल 2021 में उत्तर प्रदेश सरकार ने वर्षों से की जा रही मांग पर अमल करते हुए किन्नर बोर्ड का गठन किया था. जिसके जरिए उनकी मांगे सीधे उनके लोगों द्वारा सुनकर सरकार तक पहुंचाई जा सकें. बोर्ड के अध्यक्ष मुख्यमंत्री हैं जबकि उपाध्यक्ष सोनम किन्नर हैं. उनको राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया है.
गौरतलब है कि किन्नरों को गुजर बसर करने के उनके पास आजीविका का स्थाई आधार नहीं है. उनको शादी समारोह, जन्मोत्सव पर नाच गाकर और नज़राने से गुज़र बसर करना पड़ता है.