नई दिल्ली। भारत में क्रिकेट का संचालन करने वाली संस्था भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सचिव जय शाह की अगुवाई में BCCI की सपोर्ट बॉडी डिफरेंटली एबल्ड क्रिकेट कौंसिल ऑफ इंडिया (डीसीसीआई) क्रिकेट के खेल में दिव्यांगों को आगे बढ़ाने का काम कर रही है।
डीसीसीआई के चेयरमैन (कॉर्पोरेट अफेयर्स एंड कम्युनिकेशन) राजेश भारद्वाज ने नई दिल्ली स्थित श्रम शक्ति भवन में केंद्रीय युवा कार्य एवं खेल मंत्री मनसुख मंडाविया से मुलाकात की और उन्हें डीसीसीआई और उसके द्वारा दिव्यांगों के लिए किए जा रहे कार्यों के बारे में बताया। इस दौरान उन्होंने खेल मंत्री को निकट भविष्य में आयोजित होने वाले फिजिकली डिसेबल्ड क्रिकेट टूर्नामेंटों की भी जानकारी दी।
राजेश भारद्वाज ने बताया कि खेल मंत्री मनसुख मंडाविया के साथ हुई मुलाकात बेहद सफल रही और ये मुलाकात देश और दुनिया के दिव्यांग खिलाडियों के लिए मील का पत्थर साबित होगी। इस दौरान खेल मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिव्यांगों के प्रति मिशन में पूर्ण सहयोग करने की बात कही। इस मुलाकात में राजेश भारद्वाज ने खेल मंत्री मनसुख मंडाविया को डीसीसीआई की टी-शर्ट, कैप, डायरी और पेन भेंट किया जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार किया।
राजेश भारद्वाज ने खेल मंत्री को जानकारी दी कि अगस्त के महीने में अफ़ग़ानिस्तान की फिजिकली डिसेबल्ड क्रिकेट टीम भारत आ रही है। इस दौरे में भारत और अफ़ग़ानिस्तान की फिजिकली डिसेबल्ड क्रिकेट टीमों के बीच राजस्थान में एक सीरीज खेली जाएगी। इसके बाद अक्टूबर के महीने में राजस्थान के उदयपुर में भारत के 24 राज्यों की फिजिकली डिसेबल्ड क्रिकेट टीमों का एक राष्ट्रीय टूर्नामेंट आयोजित किया जा रहा है।
राजेश भारद्वाज ने खेल मंत्री को बताया कि ये हमारे लिए बेहद गर्व की बात है कि भारत को फिजिकली डिसेबल्ड क्रिकेट विश्व कप के आयोजन की मेजबानी मिली है जिसका आयोजन दिसंबर के महीने में किया जाएगा। इस विश्व कप में 8 देशों की फिजिकली डिसेबल्ड क्रिकेट टीमें भाग लेंगी। उन्होंने खेल मंत्री से दूसरे देशों की आने वाली टीमों को आसानी से एनओसी दिलवाने का अनुरोध किया जिससे उन्हें कोई परेशानी न उठानी पड़े। साथ ही उन्होंने खेल मंत्री से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिव्यांगों के प्रति मिशन को सपोर्ट करने का आह्वान किया और उनसे खेल मंत्रालय से पूर्ण सहयोह करने का अनुरोध किया।
राजेश भारद्वाज ने केंद्रीय खेल मंत्री से अनुरोध किया कि वे अपने मंत्रालय और राज्य स्तर पर निर्देश दें की वे आगे इन दिव्यांग बच्चों का हर संभव सहयोग करें। जिस पर खेल मंत्री ने उन्हें पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया। इसके अलावा राजेश भारद्वाज ने खेल मंत्री से विभिन्न पीएसयू और सरकारी विभागों से फिजिकली डिसेबल्ड क्रिकेट के लिए फण्ड एलोकेट करवाने की भी गुजारिश की।
राजेश भारद्वाज ने बताया कि डीसीसीआई का प्रयास है कि देश के दिव्यांग खिलाड़ियों को बड़ा मंच मिले और संस्था इस दिशा में निरंतर प्रयासरत है। डीसीसीआई लगातार देश में डिफरेंटली एबल्ड/ ब्लाइंड / डेफ/ व्हीलचेयर खिलाडियों के लिए क्रिकेट के मुकाबलों का आयोजन कर रही है और खिलाडियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देने का काम कर रही है।
राजेश भारद्वाज ने बताया कि वे चाहते हैं कि फिजिकली डिसेबल्ड क्रिकेट खेल रहे इन बच्चों को खेल से जुडी बिलकुल वही सुविधाएं मिलें जो क्रिकट खेल रही मुख्य टीम को मिलती हैं। वे चाहते हैं कि इन बच्चों को विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसी ही कोचिंग मिले, इनके ठहरने के लिए उनकी ही तरह के पांच सितारा होटलों की व्यवस्था हो, इनके आवागमन के लिए भारतीय टीम की तरह की वातानुकूलित बस हो।
राजेश भारद्वाज ने बताया कि देश के 29 प्रदेशों के श्याम प्रेमी सेवा की भावना के साथ इन खिलाडियों का मनोबल बढ़ाने के लिए सामने आ रहे हैं और इन फिजिकली डिसेबल्ड बच्चों का सपोर्ट कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने देश के छोटे-बड़े कॉर्पोरेट्स से आगे आने और इन दिव्यांग खिलाडियों के लिए सहयोग करने की अपील भी की।