ग्रेटर नोएडा। सोमवार मूवी सभागार में डीएवी पब्लिक स्कूल एनटीपीसी दादरी में स्पिक मैके के एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया। इस स्वर्णिम अवसर पर स्पिक मैके के फाउंडर पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित 75 वर्षीय प्रोफेसर किरण सेठ मुख्य अतिथि के रूप में तथा विशिष्ठ अतिथि एजीएम एनटीपीसी प्रोजेक्ट एवं उपाध्यक्ष डीएवी पब्लिक स्कूल एनटीपीसी दादरी श्री पी. आर कुमार, एच०ओ०एच०आर०एनटीपीसी दादरी श्री विल्सन अब्राहम,डीजीएम एचआर श्री कर्नल सिंह, जनरल सेक्रेटरी जागृति समाज श्रीमती शिखा एवं जॉइन सेक्रेटरी जागृति समाज श्रीमती संगमित्रा शुक्ला उपस्थित रहे । कार्यक्रम का प्रारंभ ‘स्पिकमैके के संस्थापक पद्मश्री डॉ० किरण सेठ के द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुआ तत्पश्चात डीएवी पब्लिक स्कूल एनटीपीसी दादरी की ओर से भव्य स्वागत किया गया । प्रधानाचार्या मिस रेनू शर्मा द्वारा आर्य समाज की वैदिक परंपरानुसार उनका स्वागत किया गया तथा विशिष्ठ अतिथि द्वारा शाल पहनाकर उन्हें सम्मानित किया गया | ‘स्पिकमैके संस्था’ भारतीय संस्कृति के संरक्षण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है । डॉ० किरण सेठ का व्यक्तित्त्व विद्यार्थियों के लिए बहुत प्रेरणादायी है। वह अबतक 15000 km की यात्रा साइकिल से तय कर चुके है। डॉक्टर किरण सेठ ने बताया कि भारतीय बच्चो में भारतवर्ष की महान सांस्कृतिक और संगीत की विरासत लगभग लुप्त होती जा रही है ये एक चिंतनीय प्रश्न है। Dr. किरण सेठ का मानना है कि इस महान विरासत को सहेजना बहुत आवश्यक है। यह कार्य हमारी आने वाली पीढ़ी बखूबी कर सकती है।इसी महान उद्देश्य से उन्होंने अपनी साइकिल यात्रा प्रारंभ की थी। अभी तक dr. किरण सेठ लगभग 15000 किलोमीटर की यात्रा साइकिल से पूरी कर चुके हैं। उनकी व अनोखी यात्रा 25 राज्यों ,150 शहरो एवं 500 गांवों से होकर गुजरी।Dr. किरण सेठ को भारत सरकार ने अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया हैं। जिसमे पदमश्री, संगीत नाटक अकादमी और दिल्ली सरकार का लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार मुख्य हैं। उन्होंने अपनी पुस्तक ” द म्यूजिक विदिन” अपने जीवन के अनुभवों को पाठको के साथ साझा किया है। Dr. सेठ के प्रेरणादायी व्यक्तित्त्व से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हम कैसे अपनी सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण और प्रसार करें। Dr.किरण सेठ का कहना है कि” जीवन में सबसे बड़ा संगीत ये है कि आप दूसरों के जीवन में संगीत लाएँ ।” डॉ० किरण सेठ ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि धैर्य एवं एकाग्रता ही जीवन में सफलता का रहस्य है | इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक, बच्चे, अभिभावक एवं एनटीपीसी के अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे , सभी ने कार्यक्रम की मुक्त कंठ से प्रशंसा की | इस प्रकार राष्ट्रीय गान के साथ यह कार्यक्रम सोल्लास सम्पन्न हुआ |