ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा में यमुना प्राधिकरण पर संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में 10 किसान संगठनों का धरना प्रदर्शन चल रहा है। गुरुवार को किसान ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से पैदल मार्च करते हुए यमुना प्राधिकरण पहुंचे थे और अपना धरना प्रदर्शन यमुना प्राधिकरण पर ही शुरू कर दिया। अब किसान 2 दिसम्बर को दिल्ली कूच करेंगे, तब तक उनका धरना प्रदर्शन यमुना प्राधिकरण पर ही चलता रहेगा।
यमुना प्राधिकरण पर धरने में पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता ठाकुर ओमवीर सिंह ने कहा कि प्राधिकरण के खिलाफ किसानों का आंदोलन अब निर्णायक चरण में पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण के द्वारा लगातार किसानों के अनदेखी की जा रही है, लंबे समय से किसान अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। उसी को लेकर अब महापड़ाव की तैयारी की गई। उन्होंने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा के फैसले के अनुसार महापड़ाव 27 नवंबर तक ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर था, इसके बाद अब 28 नवंबर से 1 दिसंबर तक यह यमुना प्राधिकरण पर जारी रहेगा और आंदोलन का तीसरा और अंतिम चरण 2 दिसंबर को संसद सत्र के दौरान दिल्ली कूच के रूप में होगा।
इस दौरान उनके साथ भारतीय किसान यूनियन भानू राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रतिनिधि ठाकुर सतबीर सिंह ,जिला सचिव नगेंन्द्र प्रताप सिंह आँछेपुर, जिला अध्यक्ष गौतम बुद्ध नगर युवा ठाकुर अमित गौड ,ठाकुर कपिल भाटी मंडल उपाध्यक्ष युवा ,तहसील अध्यक्ष सदर ठाकुर प्रदीप भाटी ,ठाकुर गौरव भाटी ,नेत्रपाल सिंह ,जेवर तहसील महासचिव ठाकुर भूपेंद्र गौड़, ठाकुर संजय सिंह, ओम चेची, ठाकुर भूदेव सिंह, ठाकुर राजू सिंह, ठाकुर मनीष भाटी, मोहित भाटी व अन्य जेवर तहसील व सदर तहसील के सैकड़ो सदस्य संयुक्त किसान मोर्चा के धरने पर प्राधिकरण पहुंचे और वहीं पर डटे रहने का निर्णय लिया है।
किसानों की मुख्य मांगे…
1- पुराने भूमि अधिग्रहण कानून के तहत प्रभावित किसानों को 10% प्लॉट और 64.7% बढ़ा हुआ मुआवजा
2– 1 जनवरी 2014 के बाद अधिग्रहित भूमि पर बाजार दर का चार गुना मुआवजा और 20% प्लॉट
3– सभी भूमिधर और भूमिहीन किसानों के बच्चों को रोजगार और पुनर्वास लाभ
4– हाई पावर कमेटी द्वारा पास किए गए मुद्दों पर सरकारी आदेश जारी किया जाए
5– आबादी क्षेत्र का उचित निस्तारण किया जाना चाहिए