ग्रेटर नोएडा। नॉलेज पार्क -२ स्थित जीएनआईओटी एमबीए संस्थान में सोमवार को एकेडमिक काउंसिल की बैठक आयोजित की गई। कार्यक्रम के शुभारम्भ मे संस्थान के निदेशक डा. अंशुल शर्मा ने बैठक में आये हुए सभी शिक्षाविद एवं वक्ताओं का स्वागत किया तथा उसके बाद संस्थान के विजन और मिशन पर विस्तार से चर्चा की। बैठक में प्रो० सुबोध केसरवानी (प्रोफेसर इग्नू), डा. अशोक शर्मा (डीन एकेडमिक सीडीएल- आईएमटी गाजियाबाद) डा. पीयूष गुप्ता (प्रोफेसर – बीआईटीएस जयपुर) एवं डा. हरजीत सिंह (प्रोफेसर- सिम्बायोसिस विश्वविद्यालय पुणे) ने शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति के लिए शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को गुरु मंत्र दिये।
प्रो. सुबोध केसरवानी ने कहा कि विकसित भारत की भविष्य की आकांक्षाओं को शिक्षकों के सामूहिक प्रयासों के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है।
डा० अशोक शर्मा ने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि उन्हें 4-सी यानि करेज (साहस), कम्यूनिकेशन (संचार), कंपेशन (करुणा) और कमिटमेंट ( प्रतिबद्धता) की प्रासंगिता एवं इनके महत्व को समझना चाहिए ।
डा. पीयूष गुप्ता ने कहा कि शिक्षकों में नवीन मूल्यांकन प्रथाओं को विकसित करना आवश्यक है जिससे उनके द्वारा शिक्षित किये गये युवा नौकरी चाहने वाले की अपेक्षा नौकरी देने वाले बने ।
डा० हरजीत सिंह ने बताया कि शिक्षकों को अपनी कक्षा की जिम्मेदारियों से परे जाकर विद्यार्थियों के लिए निर्देशन और सीखने को प्रभावित करने और बढ़ाने के लिए कॉलिज के अन्दर औपचारिक एवं अनौपचारिक भूमिका निभानी होगी।
इस अवसर पर संस्थान के डीन, विभागाध्यक्ष एवं शिक्षकगण उपस्थित थे।