अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जनपद में मायके वालों ने जलती चिता से बेटी का शव निकाल लिया और पुलिस थाने पहुंच गए. मायके पक्ष के लोगों का आरोप है कि ससुरालियों ने उनकी बेटी की हत्या की, फिर सबूत मिटाने के लिए शव को जला दिया. जब मायके वाले जलती चिता से शव निकालने के लिए श्मशान घाट पहुंचे तब उनको देखकर ससुराल वाले भाग गए. पुलिस ने शव के बचे हिस्से को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है.
पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचे महिला शिवानी के नाना दाताराम का कहना है कि वह थाना लोधा के मुकंदपुर गांव के रहने वाले हैं. ससुरालियों ने उन्हें शिवानी की मौत की जानकारी तक नहीं दी और अंतिम संस्कार करने के लिए श्मशान घाट पहुंच गए. मोहल्ला के लोगों ने उनको जानकारी दी. इस पर हम लोग मौके पर पहुंचे. जब हम लोग पहुंचे तो ससुराल के सभी लोग मौके से भाग गए.
लेकिन, उस वक्त तक ससुराली शिवानी की चिता में आग लगा चुके थे. किसी तरह लोगों की मदद से चिता से शव निकाला गया. बताया जाता है कि शव के गर्दन पर चोट के निशान थे. इससे माना जा रहा है कि शिवानी की गला दबाकर हत्या की गई है. चिता से बॉडी निकालकर हम लोग तुरंत पुलिस थाने पहुंचे. जहां से उसको पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया.
मायके वालों ने बताया कि डेढ़ साल पहले शिवानी की शादी लोकेश के साथ खैर थाना इलाके में की थी. दहेज को लेकर ससुराल के लोग बेटी को परेशान करते थे. चार पहिया गाड़ी की मांग करते थे. इस घटना की जानकारी पुलिस को दे दी गई है. ससुराल पक्ष के लोग इस समय थाने पर हैं. खैर सीओ राजीव द्विवेदी का कहना है कि शिवानी के परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है. परिजनों की तहरीर के आधार पर कार्रवाई की गई है.
घटना के बारे में खैर सीओ राजीव द्विवेदी ने बताया कि एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु की सूचना प्राप्त हुई थी. उसके शव को ससुरालीजन दाह संस्कार के लिए ले गए थे. इस सूचना पर तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिस बल मौके पर पहुंचा और शव को कब्जे में लेकर के पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. परिजनों से तहरीर प्राप्त कर विधिक कार्रवाई की जा रही है.