कनाडाई PM ने G20 समिट में भी किया था ड्रामा, ‘प्रेसिडेंशियल सुइट’ की जगह सिंपल रूम में रुके थे जस्टिन ट्रूडो

भारत और कनाडा के बीच खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद से लगातार तनाव चरम पर है। इससे पहले हुए जी20 समिट को लेकर भी चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। इस समिट में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो आए थे। उनके लिए भारत की ओर से नई दिल्ली के ललित होटल में विशेष रूप खास तौर पर राष्ट्रपति सुइट बनवाया गया था।
लेकिन ट्रूडो ने इसमें रहने से मना कर दिया। जिससे भारतीय एजेंसियों की भी इसको लेकर चिंता बढ़ गई थी। जस्टिन ट्रूडो ने एक दिन भी अपने लिए विशेष तौर पर तैयार प्रेसिडेंशियल सुइट का यूज नहीं किया। द ललित होटल के सिंपल रूम में ही ट्रूडो ने अपना प्रवास पूरा किया।
30 से अधिक होटलों में ठहराए गए थे मेहमान
दिल्ली में समिट के दौरान भारत सरकार की ओर से सभी राष्ट्राध्यक्षों और प्रतिनिधियों के लिए खास तौर पर इंतजाम किए गए थे। सभी गेस्ट्स वीवीआईपी होटल में ठहराए गए थे। दिल्ली पुलिस के अलावा सभी सुरक्षा एजेंसियों को प्रेसिडेंशियल सुइट्स की निगरानी के लिए लगाया गया था। दिल्ली और एनसीआर के लगभग 30 से अधिक होटलों ने विदेश से आए मेहमानों की मेजबानी की थी।
आईटीसी मौर्य शेरेटन होटल ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की मेजबानी की थी। वहीं, ताज पैलेस होटल में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग रुके थे। इस तरह से दिल्ली में लगभग 23 होटल मेहमानों के लिए बुक करवाए गए थे। वहीं, एनसीआर में 9 होटलों ने जी20 प्रतिनिधियों की मेजबानी की जिम्मेदारी को पूरा किया।
सुरक्षा के लिए तैनात की गई थीं कई टीमें
इन सभी विदेश से आए मेहमानों की सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए कई टीमों को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। सिक्योरिटी के लिए केंद्रीय अर्धसैनिक बल, एनएसजी कमांडो और दिल्ली पुलिस के जवानों को तैनात किया गया था। सभी सुरक्षा एजेंसियों के कमांडो भी अलग-अलग तैनात किए गए थे।
गृह मंत्रालय की ओर से भी कई बार सिक्योरिटी को लेकर मीटिंग्स हुई थी। जी20 में सिक्योरिटी के लिए अकेले सीआरपीएफ गार्ड की 50 टीमें तैनात थीं। ग्रेटर नोएडा में सीआरपीएफ ने वीआईपी सिक्योरिटी ट्रेंनिंग सेंटर में 1 हजार जवानों को ट्रेंड किया था। इन लोगों ने सभी वीआईपी मेहमानों की सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाए।