ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का प्रतिफल है हेल्थ सिटी विस्तार हॉस्पिटलः सीएम योगी
*-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोमतीनगर विस्तार के सेक्टर-4 में वसंत खंड स्थित 300 बेडेड सुपर स्पेशेलिटी हॉस्पिटल व ट्रॉमा सेंटर का किया उद्घाटन*
*-सीएम योगी बोलेः पवित्र हृदय से किया गया है यह कार्य, उत्तम स्वास्थ्य सेवाओं के साथ ही रोगजार उपलब्ध कराने का माध्यम भी बनेगा हॉस्पिटल*
*-कहाः प्रदेश में बढ़ते निवेश पर सवाल उठाने वाले देख लें, पब्लिक डोमेन उपलब्ध है सारे निवेश की सूची, देश ने भी हमारे मॉडल को माना सफल*
*-सीएम योगी बोलेः पिछले 10 वर्षों में प्रदेश के स्वास्थ्य क्षेत्र में हुआ बड़ा परिवर्तन, भाजपा सरकार विभिन्न योजनाओं व प्रयासों के जरिए लोगों को कर रही लाभान्वित*
*-इन्वेस्टर समिट ने खोला प्रदेश में निवेश का द्वार, युवाओं के विकास और रोजगार के सपने हो रहे हैं साकारः सीएम योगी*
*-3 एकड़ क्षेत्र में बना हेल्थ सिटी विस्तार हॉस्पिटल है 8 ओटी, 40 ओपीडी, 60 क्रिटिकल केयर बेड समेत विभिन्न आधुनिक सुविधाओं से लैस*
*-लखनऊ, ट्रांसगोमती व आस-पास के जिलों में रहने वाले लोगों को मिलेगा हॉस्पिटल के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ*
*-कार्यक्रम में विधायक योगेश शुक्ल, महापौर सुषमा खर्कवाल, हेल्थ सिटी विस्तार हॉस्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. संदीप कपूर समेत डॉक्टर्स व स्टाफ रहे उपस्थित*
*लखनऊ, 8 अगस्त।* उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार द्वारा आयोजित इन्वस्टर्स समिट में हुए एमओयू अब धरातल पर उतरकर भविष्य की बेहतर तस्वीर प्रस्तुत कर रहे हैं। गोमतीनगर विस्तार के सेक्टर-4 वसंत खंड स्थित हेल्थ सिटी विस्तार हॉस्पिटल व ट्रॉमा सेंटर इसका उदाहरण है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को इस 300 बेडेड सुपर स्पेशेलिटी हॉस्पिटल का बटन दबाकर लोकार्पण व शुभारंभ करते हुए ने कहा कि यह पवित्र हृदय से किया गया कार्य है। उन्होंने हेल्थ सिटी विस्तार हॉस्पिटल के निर्माण के लिए मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ.संदीप कपूर और उनकी पूरी टीम को हृदय से बधाई हुए कहा कि यह गोमती नगर विस्तार के नागरिकों के लिए उपहार है। इस अवसर पर उन्होंने देश में पिछले 10 वर्षों में स्वास्थ्य क्षेत्र में हुए सकारात्मक बदलावों के साथ ही प्रदेश में निवेश, रोजगार और विकास की उन्नति पर प्रकाश डाला। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2022 में इन्वेस्टर समिट के दौरान ही हॉस्पिटल को लेकर एमओयू हुआ था और 200 करोड़ रुपए की लागत से रिकॉर्ड समय में इसका निर्माण कर इसे जनता के लिए समर्पित कर दिया गया है। इन्वेस्टर्स समिट के अन्तर्गत हेल्थ केयर इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में नियत समय सीमा में पूर्ण होने वाला यह पहला प्राइवेट प्रोजेक्ट है।
*कानून व्यवस्था सुधरी तो प्रदेश में निवेश ने फैलाया पंख*
सीएम योगी ने कहा कि 25 करोड़ की आबादी उत्तर प्रदेश में निवास करती और इसमें भी सबसे ज्यादा युवा हैं। उन्हें विकास और रोजगार से जोड़ सकें इसके लिए सरकारी और निजी क्षेत्र में अवसरों को हम चिन्हित करके उन्हें विकसित कर रहे हैं। 2017 में भाजपा की सरकार बनने के बाद सरकारी और निजी क्षेत्रों में रोजगार को आगे बढ़ाने का कार्य किया गया जिससे 6.5 लाख से ज्यादा युवाओं को हम नौकरी देने में सक्षम हुए। 2018 में इनवेस्टर समिट के माध्यम से प्रदेश में निवेश के द्वार भी खुल गए। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार से पहले उत्तर प्रदेश को लेकर एक नकारात्मक स्थिति थी। नए निवेश आना तो दूर, जो निवेश यहां पहले से थे वह भी वाइंडअप करना चाहते थे। उत्तर प्रदेश में अपराध का बोलबाला था, न बेटी सुरक्षित थीं न व्यापारी। ऐसे में, हमने तब जीरो टॉलरेंस नीति लागू की जिसे आज पूरा देश मॉडल के रूप में स्वीकार करता है। बेहतरीन कानून के राज के लिए यह कदम जरूरी थे और इसी के फलस्वरूप निवेश ने पंख फैलाने शुरू किए।
*4 लाख करोड़ से 40 लाख करोड़ की निवेश यात्रा को बनाया संभवः सीएम योगी*
उत्तर प्रदेश में बदले निवेश के परिदृष्य के बारे में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब राज्य में भाजपा सरकार सत्ता में आई तो मैने इन्वेस्टर समिट कराने के लिए सुझाव मांगे, तब मुझे बताया गया कि हम 20 हजार करोड़ का निवेश लेकर आएंगे जो प्रदेश के विकास के लिए नाकाफी होता। इसके बाद हमने प्रयास प्रारंभ किए जो अब अपना सकारात्मक रंग दिखा रहे हैं। पहले इनवेस्टर समिट में 4 लाख करोड़ के निवेश से शुरू हुई यात्रा आगे चलकर 40 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच चुकी है। ये प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनाने के हमारे लक्ष्य का उदाहरण है। उन्होंने यह भी कहा कि निवेश के इन आंकड़ों को लोग फेक डाटा मानते थे, तो सूची जारी करके पब्लिक डोमेन में जारी किया। यह सफल मॉडल था। निवेश छोटा हो या बड़ा वह विकास का द्वार खोलता है। उन्होंने कहा कि वह युवाओं को रोजगार से जोड़कर नया पंख देता है।
*सेवा ही नहीं, आजीविका का माध्यम भी है हॉस्पिटल*
सीएम योगी ने कहा कि हॉस्पिटल सेवा का माध्यम होने के साथ ही आजीविका का माध्यम भी है। उन्होंने कहा कि मैं पूरी टीम को बधाई दूंगा कि ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट में जो इन्होंने एमओयू किया था वह आज साकार हो गया है। पिछले 10 वर्ष के अंदर देश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में बहुत परिवर्तन हुआ। स्वास्थ्य की सेवा फ्री होनी चाहिए और इसी प्रेरणा से हमने 5 करोड़ 11 लाख लोगों को आयुष्मान कार्ड के जरिए लाभान्वित किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जनआरोग्य योजना से भी हमने लोगों को जोड़ा है। मुख्यमंत्री राहत कोष से हमने 1 लाख 88 हजार लोगों को सुविधा उपलब्ध कराई है। विवेकानंद पॉलीक्लीनिक से शुरू हुई यह यात्रा 300 बेडेड सुपर स्पेशेलिटी हॉस्पिटल के रूप में साकार हो गई है। हम ग्रीन कॉरीडोर सुविधा भी उपलब्ध करा रहे हैं। सीएम योगी ने कहा कि मेरा आग्रह है कि इस अस्पताल में आयुष्मान भारत के लिए भी प्रावधान रखा जाए। इस योजना से हम व्यक्ति को 5 लाख रुपए तक की बीमा कवर उपलब्ध कराते हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हेल्थ सिटी विस्तार अस्पताल माध्यम से न केवल लखनऊ बल्कि आस-पास के सभी क्षेत्रों में हेल्थ सर्विसेस का लाभ मिलेगा। सीएम योगी बोले, उद्घाटन की पूर्णाहुति में बरसात भी हो रही जो पवित्र हृदय से किए गए कार्य को दर्शाता है। कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक योगेश शुक्ल, महापौर सुषमा खर्कवाल और हेल्थ सिटी विस्तार हॉस्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. संदीप कपूर, तीनों पार्टनर चिकित्सक डॉ संदीप गर्ग, डॉ के.बी जैन तथा डॉ राजेश अरोड़ा समेत हॉस्पिटल की समस्त टीम व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
*कम लागत में तैयार होंगे हॉस्पिटल तो मरीजों पर पड़ेगा कम बोझ: डॉ.कपूर*
हॉस्पिटल के बारे में जानकारी देते हुए डॉ. संदीप कपूर ने बताया कि 10 वर्ष पूर्व अस्पताल के निर्माण का विचार आया था और 2016 में हेल्थसिटी अस्पताल ने जन्म लिया। उन्होंने कहा कि 2017 में सीएम योगी ने कार्यभार संभाला और प्रदेश 1 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी के सपने साकार करने के लिए इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन समेत गुड गवर्नेंस और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को प्रमोट किया। हम भी इस प्रक्रिया में शामिल हुए और 3 एकड़ क्षेत्र में 2 लाख स्क्वेयर मीटर बिल्ड अप एरिया वाला यह 300 शैय्या, 40 ओपीडी, 60 क्रिटिकल केयर बेड, 8 ऑपरेशन थिएटर, 75 से ज्यादा सीनियर डॉक्टर्स (जिनमें कई 30 साल के अनुभवी ट्रेंड सर्जन भी शामिल हैं) हॉस्पिटल अस्तित्व में आया। यह अस्पताल मेडिकल टूरिज्म को भी बढ़ावा देगा। डॉ. कपूर ने बताया कि ये अस्पताल डॉक्टरों के समूह ने बनाया है जो इन्वेस्टर भी हैं और संचालनकर्ता भी हैं। उनके अनुसार, अस्पताल जब कम लागत में तैयार होगा तो मरीज पर बोझ कम पड़ेगा और अफोर्डेबल हेल्थकेयर सर्विसेस मिलेंगी। उन्होंने कहा कि हम प्रशिक्षण और नर्सिंग स्कूल भी खोलेंगे और विदेश की सफलता की कहानी को प्रदेश में साकार करना चाहते हैं। विलेज लेवल आंत्रप्रेन्योरशिप प्रोग्राम में भी सहभागिता कर रहे हैं। वहीं, क्षेत्रीय विधायक योगेश शुक्ल ने कहा कि इनवेस्टर समिट के माध्यम से रोपा गया बीज आज फलदार वृक्ष बनने की ओर अग्रसर है। अस्पताल ट्रांस गोमती क्षेत्र में उत्तम स्वास्थ्य सेवाओं को उपलब्ध कराने का माध्यम बनेगा।