ग्रेटर नोएडा । 144 वर्षों के बाद प्रयागराज के त्रिवेणी संगम पर आयोजित हो रहे महाकुंभ 2025 में आस्था का अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है। इस महाआयोजन में न केवल देश-विदेश से श्रद्धालु डुबकी लगा रहे हैं, बल्कि कारागारों में बंद बंदी भी इस पवित्र स्नान का लाभ उठा रहे हैं।
सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय की भावना
भारत की संस्कृति ‘सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय’ और ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना पर आधारित है। इसी भावना को चरितार्थ करते हुए कारागार मंत्री श्री दारा सिंह जी के आदेशानुसार, प्रमुख सचिव और पुलिस महानिदेशक महोदय के कुशल निर्देशन में आज दिनांक 21.02.2025 को जिला कारागार गौतमबुद्धनगर में बंदियों के लिए विशेष स्नान का आयोजन किया गया।
त्रिवेणी संगम के जल से स्नान
महाकुंभ से लाए गए पवित्र जल से बंदियों को स्नान कराने के लिए आज सुबह 8:30 बजे का मुहूर्त निश्चित किया गया था। जिला कारागार के अधिकारियों ने विशेष तैयारियां करते हुए त्रिवेणी संगम से पवित्र जल मंगवाया। इस जल को कलश में भरकर मंत्रोच्चारण के साथ पूजा अर्चना की गई और फिर कलश यात्रा निकाली गई। इस यात्रा में 11 विद्वान पंडित और बंदी ढोल-ताशों के साथ सभी बैरकों में गए। बंदियों ने पुष्प वर्षा कर कलश का स्वागत किया और आशीर्वाद लिया।
इसके बाद पवित्र जल को जल कुंड के पानी में मिलाकर उसे अमृतमय किया गया। फिर बंदियों को इस पवित्र जल से स्नान कराया गया। बंदियों ने भी पूर्ण उत्साह और श्रद्धा के साथ स्नान कर अपने जीवन को धन्य किया। उन्होंने हर हर गंगे और महादेव की जय जयकार करते हुए इस धार्मिक यात्रा में भाग लिया।
500 बोतलों का वितरण
कारागार परिसर में रह रहे परिवारों को भी संगम के पवित्र जल की 500 बोतलें वितरित की गईं।
अमृतमय हुआ कारागार परिसर
सांस्कृतिक मान्यताओं के अनुसार, अमृत की एक बूंद जहां भी गिरती है, वहां की धरा और पानी का हर कण अमृतमय हो जाता है। जब यह अमृत साधु-संतों और भक्तों के दिव्य शरीर से स्पर्श करता है, तो इसकी महिमा और भी बढ़ जाती है। इसी भावना के साथ त्रिवेणी संगम से लाए गए पवित्र जल को कारागार के अधिकारियों ने कुंडों में मिलाकर बंदियों को स्नान कराया।
इस पवित्र स्नान से कारागार का वातावरण भी भक्तिमय हो गया। बंदियों ने इस अवसर को अपने जीवन का एक महत्वपूर्ण पल मानते हुए धर्म और अध्यात्म के प्रति अपनी आस्था को प्रकट किया।