ग्रेटर नोएडा। ग्रेनो के नॉलेज पार्क स्थित शारदा विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ मीडिया फिल्म एंड एंटरटेनमेंट, न्यूजपेपर एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एनएआई) के सहयोग से मीडिया फेस्ट और ग्लोबल स्ट्रैटेजी समिट का आयोजन किया। इसमें वरिष्ठ पत्रकार, प्रभावशाली व्यक्ति और राजनीतिक नेताओं सहित मीडिया पेशेवरों ने हिस्सा लिया। समिट का शुभारंभ विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर वाइके गुप्ता,उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, बीजेपी सांसद जगन्नाथ सरकार,न्यूजपेपर एसोसिएशन एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महासचिव डॉ विपिन गौड़,एक्ट्रेस राधा भट्ट, डीन डॉ रितू संजीव सूद ने दीप जलाकर किया।
विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर वाइके गुप्ता ने कहा कि आज के समय में मीडिया का अहम रोल है। आने वाले समय छात्रों को नई दिशा मिल सके। खबरों को कौन जल्दी ब्रेक करे इसका कम्पीटिशन चल रहा है। विश्व में कहीं पर कोई घटना घटती है उसकी सूचना कुछ सैकंड आपके पास आ जाती है। करीब 20 साल पहले हमें अगले दिन अखबारों से पता चलता था यहां ऐसा हो गया है। अब इंफ्यूलेंसर और सोशल मीडिया की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो गई है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की वजह से भविष्य में क्या हो सकता से भी जान सकते है। नई तकनीक का बेहतर इस्तेमाल कैसे करें इसके लिए सकारत्मक सोच होनी चाहिए। देश को उच्च स्तर या गति देनी है तो इसका पथ प्रदर्शक मीडिया है। समाज में जो अच्छा उसे दिखाना चाहिए। इससे ग्लोबल इमेज बनती है। विदेशों में भारतियों को सम्मान और इज्जत मिलती है मीडिया का उसमें अहम रोल है।
कार्यक्रम में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि मीडिया समाज का दर्पण और चक्षु है और लोकतंत्र का चौथा स्तंब है। जब पहले यह जानने के लिए देश क्या हो रहा है तो सुबह अखबार का इंतजार करते थे अब आपको सोशल मीडिया जरिए कुछ सैकंड में पता चल जाती है। मीडिया विश्वसनियता जो पहले थी वो अब खो गई है। ब्लैकमेलिंग का जरिया बनता जा रहा है। विश्वसनीयता बनाना जरूरी है जो समाज के अंदर और देश क्या घटना घट रही है वो दिखाए। सब कुछ अब आपकी जेब में है यानि मोबाइल में है। मीडिया को सत्यता दिखानी होगी हमारा भारत उन्नत दिशा में चल रहा है। विश्व में शांति हमारा देश दे सकता है। वर्तमान में मीडिया का रोल बहुत अहम है। उन्हें ये जिम्मेदारी और जवाबदेही उठानी होगी हम अपनी नई पीढ़ी को क्या दिखा रहे हैं या लिख रहे है।
इस दौरान निजी चैनल के वरिष्ठ पत्रकार मृदुल शर्मा ने कहा कि दुनिया तीन बार बदली है,जब किताब छपी,दूसरी बार जब रेडियो और टीवी आया और तीसरी जब सोशल मीडिया आया। संचार का माध्यम बहुत जरूरी है। लेकिन इसे इस्तेमाल करने के लिए हमें सोचना होगा। सोशल मीडिया पर अश्लीलता हो गई है पर मंच देने वाले भी हम है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी जड़ पकड़नी होगी। हमारी संस्कृति क्या सिखाती है। पत्रकारिता में वास्तविकता बहुत जरुरी है। क्योंकि आप पत्रकार हो तो आपके ऊपर जिम्मेदारी और जवाबदेही होनी चाहिए जो सोशल मीडिया पर है। हम जो सोशल मीडिया पर लिखते है वो कुछ सेकंड में दुनिया में पहुंच जाता है। यह संदेश सही है या गलत ये आपको डिसाइड करना होगा। ये सोचना होगा हमारी आने वाली जनरेशन क्या देखेगी। सोशल मीडिया जो हम लिखेंगे यथावत रहेगा नहीं बदलेगा। वो आपकी सोच को दर्शायाएगा अगर आपकी सोच बेहतर होगी तो आने वाली जनरेशन के लिए बहुत अच्छा लिख पाएंगे और कंटेंट बना पाएंगे।