नोएडा। नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी (NIU) ने एसोसिएशन टू एडवांस कॉलेजिएट स्कूल्स ऑफ बिजनेस (AACSB) प्रत्यायन के लिए आवेदन किया है और इस प्रक्रिया के तहत AACSB अधिकारियों का सफल दौरा आयोजित किया। इस टीम में दक्षिण एशिया के क्षेत्रीय प्रमुख श्री प्रताप दास, कार्यकारी उपाध्यक्ष, मुख्य सदस्यता अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक, AACSB इंटरनेशनल- डॉ. जिओफ पेरी (एशिया पैसिफिक) और प्रत्यायन प्रबंधक सुश्री सोफिया पोह शामिल थे।
AACSB प्रतिनिधियों ने यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट के संकाय सदस्यों और छात्रों से मुलाकात की और प्रत्यायन प्रक्रिया तथा इसके लाभों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह प्रत्यायन बिजनेस स्कूलों की विश्वसनीयता को बढ़ाता है और उद्योग जगत से उनकी प्रासंगिकता को मजबूत करता है।
डॉ. जिओफ पेरी ने कहा, “AACSB बिजनेस स्कूलों की गुणवत्ता को बढ़ाने के साथ-साथ समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालता है। इस प्रत्यायन के जरिए पाठ्यक्रम की गुणवत्ता का मूल्यांकन किया जाता है, शिक्षण पद्धतियों में सुधार होता है और छात्रों, शिक्षकों एवं उद्योग जगत के बीच नेटवर्किंग के अवसर बढ़ते हैं। इस प्रमाणन के बाद बिजनेस स्कूल के छात्रों के नौकरी पाने की संभावना 96% तक बढ़ जाती है, वहीं संस्थान की प्रतिष्ठा और नामांकन दर भी बेहतर होती है।”
इस सफल दौरे के आयोजन पर चांसलर डॉ. विक्रम सिंह ने कहा, “हम अपने संस्थान की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए हमेशा प्रयासरत हैं और विद्वानों एवं संगठनों के साथ सीखने और सहयोग करने के लिए तत्पर रहते हैं।”
वहीं, प्रो. (डॉ.) उमा भारद्वाज ने NIU द्वारा हाल ही में प्राप्त NAAC A+ प्रत्यायन का उल्लेख करते हुए कहा, “हम अपने शिक्षकों का सम्मान करते हैं और छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” उन्होंने छात्रों की समस्या-समाधान क्षमता, प्रतिबद्धता और शिक्षाविदों में उनकी भागीदारी के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “हम छात्रों को भरपूर अवसर देते हैं, लेकिन उन अवसरों का सही उपयोग करना उनके ऊपर निर्भर करता है।”
इस दौरे में डॉ. विक्रम सिंह (चांसलर), प्रो. (डॉ.) उमा भारद्वाज (कुलपति), डॉ. मुकेश पराशर (रजिस्ट्रार), डॉ. एस. के. वर्मा (डीन, स्कूल ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट), डॉ. तान्या सिंह (डीन, अकादमिक) और डॉ. टी. ए. वानी (डीन, अनुसंधान एवं विकास) उपस्थित रहे।
AACSB प्रत्यायन की दिशा में उठाए गए इस कदम से NIU के स्कूल ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट की प्रतिष्ठा और बढ़ेगी। इससे छात्रों, शिक्षकों और उद्योग जगत के लिए नेटवर्किंग और सहयोग के अधिक अवसर उपलब्ध होंगे, जिससे सभी को सकारात्मक लाभ मिलेगा।