ग्रेटर नोएडा। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा के निर्देश पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अतुल कुमार द्वारा कलेक्ट्रेट सभागार में बाढ़ समिति बैठक की अध्यक्षता करते हुए जनपद की भौगोलिक स्थिति के आधार पर बाढ़ के बारे में विभागीय समीक्षा कर संबंधित विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान करते हुए कहा कि बाढ़ की स्थिति आने पर उनके विभाग के द्वारा क्या-क्या कार्रवाई की जानी है, उसके संबंध में तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करते हुए अपने-अपने विभाग की कार्य योजना बनाकर जिला प्रशासन को उपलब्ध कराई जाये। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व को अवगत कराया कि यमुना नदी की बाढ़ से जनपद के 50 ग्राम प्रभावित होते हैं, जिनमें जेवर तहसील के 25 ग्राम तथा दादरी तहसील के 25 ग्राम हैं। हिंडन नदी से तहसील दादरी के 23 ग्राम प्रभावित होते हैं। यमुना नदी का जल स्तर काफी ऊंचा होने पर बैक वाटरिंग के कारण हिंडन नदी में जल का फैलाव एवं बहाव बड़े क्षेत्र में हो जाता है।
अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व ने सिंचाई विभाग, पशु चिकित्सा विभाग, कृषि विभाग, स्वास्थ्य विभाग, लोक निर्माण विभाग, विद्युत विभाग, फायर विभाग, जल निगम, आपूर्ति विभाग तथा अन्य संबंधित विभागों के द्वारा की गई तैयारियों की समीक्षा करते हुए बताया कि सुयवस्थित आयोजन एवं कार्य नीति को अपनाकर बाढ़ जैसी परिस्थितियों को पैदा होने से रोका जा सकता हैं। बाढ़ नियंत्रित की तैयारी को कार्यान्वित करने के लिए बाढ़ नियंत्रण के लिए पूर्व अनुमान एवं चेतावनी देना, तटबंधों का निरीक्षण एवं मरम्मत का कार्य, बाढ़ चौकिया का निर्माण, नदियों में गिरने वाले नालों में बाढ़ के पानी के विपरीत बहाव, नालियों की खुदाई, अधिक बाढ़ वाले पानी का निपटान, बचाव एवं राहत तथा पुनर्वास कार्य व बाढ़ से घिरे लोगों को यथाशीघ्र निकालने की, उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाकर राहत सामग्री उपलब्ध कराने की व्यवस्था आदि संबंधित विभागों के द्वारा कार्य योजना बनाकर ससमय उपलब्ध करा दी जाए, ताकि संबंधित सभी स्टाफ की ड्यूटी लगाते हुए उनके मोबाइल नंबर भी प्रभावित क्षेत्र के ग्रामों में उपलब्ध करा दिए जाएं और ग्रामीणों को इस संबंध में जागरूक भी कर दिया जाए।
अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व ने बैठक में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि डूब क्षेत्र में संचालित सरकारी एवं गैर सरकारी गौशालाओं की मैपिंग करते हुए अपनी तैयारियां पूर्ण करें। साथ ही कहा कि यह सुनिश्चित करें की सभी गौशालाओं में भूसे की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध रहे एवं बाढ़ को दृष्टिगत रखते हुए समय से ही अस्थाई गौशाला के लिए स्थान भी चिन्हित कर लिया जाये। जिला कृषि अधिकारी को निर्देश दिए कि वह भी फसलों को बाढ़ से बचाने के लिए पहले से ही अपने कार्य योजना तैयार कर लें। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि बाढ़ को दृष्टिगत रखते हुए रैपिड रिस्पांस टीम, मेडिकल टीम सभी बाढ़ चौकिया पर तैनात रहे एवं एंबुलेंस व दवाईयों की पर्याप्त मात्रा बनी रहे। लोक निर्माण विभाग के अधिकारीगण भी बाढ़ संभावित क्षेत्रों में भ्रमण कर सड़कों को दुरुस्त करने की कार्रवाई सुनिश्चित करें। उन्होंने विद्युत विभाग का अधिकारी को निर्देश दिए कि बाढ़ को दृष्टिगत रखते हुए बाढ़ संभावित क्षेत्रों में अल्टरनेट बिजली सप्लाई की व्यवस्था रखें। साथ ही निर्देश दिए की सिंचाई विभाग द्वारा बनाई गई बाढ़ चौकिया पर स्थाई विद्युत कनेक्शन उपलब्ध कराने की भी कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। जल निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि बाढ़ चौकिया पर जो हेड पंप है, उनका समय रहते दुरुस्त कर लिया जाए और जहां पर नहीं है वहां नया हैंडपंप लगा दिया जाए। जिला पूर्ति अधिकारी को निर्देश दिए कि राहत किट एवं फूड पैकेट को लेकर पहले से ही टेंडर जारी कर दिया जाए और मैपिंग कर सुनिश्चित कर लिया जाए कि जो गैस गोदाम डूब क्षेत्र में है, बाढ़ के दौरान वहां से गैस सप्लाई में कोई भी परेशानी ना आए। उन्होंने अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों को भी निर्देश दिए की सभी अधिकारी गण आपसी समन्वय बनाते हुए बाढ़ से पूर्व अपनी कार्य योजना तैयार कर सभी तैयारियां समय रहते पूर्ण कर लें।
आयोजित बैठक में अपर पुलिस उपायुक्त ग्रेटर नोएडा अशोक कुमार, उप जिलाधिकारी जेवर अभय सिंह, प्रभारी अधिकारी आपदा अनुज नेहरा, डिप्टी कलेक्टर चारुल यादव, जिला पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ विपिन अग्रवाल, जिला पूर्ति अधिकारी चमन शर्मा, जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार, अधिशासी अभियंता गौतम बुद्ध नगर/गाजियाबाद/खुर्जा, जिला आपदा विशेषज्ञ ओमकार चतुर्वेदी एवं संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।