औरैया के बिधुना के सरकारी अस्पताल से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. इस अस्पताल से एक युवक को बहन का शव घर ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं मिली. ऐसे हालात में उसने शव को अपनी पीठ से बांधा और बाइक पर ही लेकर निकल गया. मौके पर मौजूद किसी आदमी ने इस घटना की तस्वीरें खींच ली. देखते ही देखते यह तस्वीरें सोशल मीडिया में वायरल होने लगीं. इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवा के हालात पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया है.
जानकारी के मुताबिक औरैया के बिधुना में नवीन बस्ती के रहने वाले प्रबल प्रताप सिंह की बेटी अंजलि (20) मंगलवार की सुबह पानी गर्म करने के लिए बाल्टी में रॉड लगाने का प्रयास किया था. इसी दौरान उसे करंट लग गया और वह बुरी तरह झुलस गई थी. आनन फानन में उसे सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बाद परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टर से शव ले जाने के लिए एंबुलेंस की मांग की, लेकिन डॉक्टर ने कह दिया कि यहां एंबुलेंस नहीं मिलती.
कोई और उपाय ना देखकर अंजलि के भाई ने बाइक पर अपनी बहन का शव रखा और उसके ही दुपट्टे से अपनी पीठ से बांध लिया. इसके बाद पीछे अपनी छोटी बहन को बैठाया और घर की ओर चल पड़ा. मौके पर मौजूद काफी संख्या में लोग इस घटना को देखकर हैरान रह गए. हर आदमी सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं को कोसता नजर आया. इन्हीं में से किसी व्यक्ति ने अपने मोबाइल फोन से कुछ तस्वीरें खींची और लोकल मीडिया को भेज दिया.
बुधवार की सुबह जब संबंधित खबर और तस्वीरें प्रकाशित हुई तो उसकी कटिंग पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है. उन्होंने अपने ट्वीट में कुछ लिखा तो नहीं है, लेकिन इशारों इशारों में ही उन्होंने उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य सेवा पर सवालिया निशान लगा दिया है. बता दें कि इस समय उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य मंत्री का प्रभार देख रहे उप मुख्यमंत्री प्रदेश की स्वास्थ्य सेवा को सुधारने के लिए खूब काम करते नजर आ रहे हैं. आए दिन उनकी तस्वीरें भी आती हैं, लेकिन इसका कोई असर जमीन पर नजर नहीं आ रहा.