लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तेज रफ्तार एसयूवी की चपेट आकर मारे गए एएसपी श्वेता श्रीवास्तव के बेटे की हत्या मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने एसयूवी UP 32 NT 6669 बरामद कर ली है। सफेद रंग की इसी एसयूवी से बच्चे की जान ले ली गई थी। रफ्तार के कहर में स्केटिंग के लिए निकले बच्चे की जान चली गई। इस मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। दरअसल, मंगलवार की सुबह लखनऊ की एडिशनल एसपी के बेटे को रौंदकार एसयूवी चालक मौके से फरार हो गया था। पुलिस ने इस मामले में पुलिस ने सार्थक सिंह और देवश्री वर्मा को गिरफ्तार किया है। दोनों पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है। बरामद एसयूवी कानपुर के ज्वैलर अंशुल वर्मा का है। अंशुल आरोपी देवश्री के चाचा है।
एएसपी के बेटे की मौत एसयूवी रेसिंग का परिणाम थी। आरोपी जी- 20 रोड पर सुबह एसयूवी से रेस लगा लगे थे। सीसीटीवी फुटेज से एसयूवी और आरोपियों की पहचान हुई। सार्थक के पिता रविन्द्र सिंह उर्फ पप्पू बाराबंकी के रामनगर से सपा से जिला पंचायत सदस्य रह चुके हैं। दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस उन्हें रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है। इसके बाद उनसे पूरे मामले में पूछताछ की जाएगी।
क्या है मामला?
मंगलवार सुबह लखनऊ की एडिशनल एसपी श्वेता श्रीवास्तव के बेटे की रोड एक्सिडेंट में दर्दनाक मौत हो गई थी। वह सुबह घर से स्केटिंग करने निकला था। लौटते समय जनेश्वर मिश्र पार्क के सामने तेज रफ्तार कार ने उसको टक्कर मार। उसे आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया। लेकिन, उसने हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया। घटना के बाद से ही आरोपियों की गिरफ्तारी में पुलिस की टीम जुटी। सीसीटीवी खंगाला जाने लगा। इसमें एसयूवी की रेस में हादसे होने के कारण का पता चला।
पुलिस ने सार्थक सिंह और देवश्री वर्मा को गिरफ्तार कर लिया। सार्थक एमिटी यूनिवर्सिटी में बीबीए का छात्र है। देवश्री वर्मा इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है। पुलिस ने उनके पास से UP 32 NT 6669 नंबर की सफेद रंग की एसयूवी कार भी बरामद की है। पुलिस ने बताया है कि मंगलवार सुबह जब यह घटना हुई, उस दौरान दोनों आरोपी जी- 20 रोड पर एसयूवी से रेस लगा रहे थे।