लखीमपुर खीरी से सनसनीखेज वारदात सामने आई है। उचौलिया के गांव एग्घरा के आंगनबाड़ी केंद्र से मंगलवार की सुबह घर जा रहे दो बच्चों का गांव के ही पिता-पुत्र ने अपहरण कर लिया। दोनों ने एक बच्चे को बोरी में बंदकर गन्ने के खेत में डाल दिया। तलाश में जुटे परिजनों को दूसरा बच्चा खेत में कुछ दूरी पर बैठा मिल गया।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपी पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया। गांव एग्घरा निवासी इंद्रपाल ने बताया कि मंगलवार की सुबह उनका पुत्र अंकित (4) और अवनीश पुत्र अनिकेत (4) गांव के प्राथमिक विद्यालय परिसर में बने आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ने गया था।
वहां से करीब दस बजे दोनों घर लौट रहे थे। काफी देर तक घर न पहुंचने पर परिजनों ने बच्चों की तलाश शुरू की। आंगनबाड़ी केंद्र से बताया गया कि बच्चे सुबह ही घरों को चले गए थे। इसके बाद परिजन और अन्य ग्रामीणों ने बच्चों की तलाश शुरू की।
“बाल-बाल बच गया यह बच्चा”
लखीमपुर खीरी के उचौलिया इलाके से कल दो बच्चो का बदमाशों ने बोरी में बंद कर अपहरण कर लिया। अपहरण की खबर से इलाके में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने पुलिस के सहयोग से तलाशी शुरू की तो गन्ने के खेत से रोने की आवाज आई। बोरा खोलकर बच्चे को मुक्त कराया गया। pic.twitter.com/9lEgyLAxB8
— SANJAY TRIPATHI (@sanjayjourno) November 8, 2023
गांव में काफी देर तक तलाश करने पर भी बच्चे नहीं मिले तो खेतों में तलाश शुरू की गई। गांव से करीब तीन किमी दूर गन्ने के खेत में अनिकेत प्लास्टिक की बोरी में बंद पड़ा मिला। कुछ दूरी पर अंकित भी खेत में बैठा मिल गया।
परिजनों के पूछने पर बच्चों ने बताया कि गांव निवासी राकेश और उसके पुत्र नरवीर उर्फ़ बड़क्के उनको बाइक पर बैठाकर यहां लाए थे। इसके बाद ग्रामीणों ने राकेश को गांव से पकड़कर पुलिस को सूचना दी। सूचना पाकर पहुंचे एसआई और पुलिसकर्मियों ने आरोपी नरवीर को दूसरे गांव से पकड़ लिया।
दोनों आरोपी पुलिस हिरासत में हैं। अनिकेत के पिता अवनीश ने बताया कि पिता-पुत्र दोनों आपराधिक प्रवृत्ति के हैं। बच्चों को बेचने के लिए अगवा कर ले जा रहे थे। शाम को अंधेरे में लेकर निकल जाते। प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि दोनों आरोपियों पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।