ग्रेटर नोएडा। उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की पहल सोमवार को रंग ले आई, जब नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर पर पहली बार विमान उतरा। कई दशकों से देखा गया यह सपना माननीय मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में 9 दिसंबर 2024 को आखिरकार पूरा हो गया। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) ने आज अपनी परीक्षण उड़ान (वैलिडेशन फ्लाइट) में सफलता हासिल कर एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल कर ली है। एयरोड्रम लाइसेंसिंग प्रक्रिया का यह एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मार्गदर्शन में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रनवे पर हवाई जहाज़ उतारने का कार्य नियाल व यापाल द्वारा रिकॉर्ड 03 साल 02 महीने व 11 दिन की अवधि में संभव कर दिखाया, जिसकी आधारशिला भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 25 नवंबर 2021 को रखी थी।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर में आयोजित इस कार्यक्रम में भारत सरकार के सिविल एविएशन मिनिस्टर श्री के राम मोहन नायडू, डॉ महेश शर्मा माननीय सांसद, धीरेंद्र सिंह माननीय विधायक जेवर, एस पी गोयल ए सी एस माननीय मुख्यमंत्री जी/सिविल एविएशन यू पी, लक्ष्मी सिंह पुलिस कमिश्नर, अमित सिंह सचिव माननीय मुख्यमंत्री जी, डॉ अरुण वीर सिंह सी ई ओ नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट/यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण, मनीष वर्मा जिलाधकारी, कुमार हर्ष निदेशक नागरिक उड्डयन यू पी, क्रिस्टोफ शेलमैन सी ई ओ यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट, किरण जैन सी ओ ओ, आशुतोष चतुर्वेदी हेड एडमिनिस्ट्रेटिव, नंदकिशोर सुन्द्रियाल, सुरभि राणा सहित अनेक अधिकारियों की उपस्थित में यह उपलब्धि हासिल की गई।
एयरपोर्ट के लिए लॉन्च कैरियर इंडिगो की ओर से संचालित उड़ान ने एयरपोर्ट की एप्रोच प्रक्रियाओं को सत्यापित (वैलिडेट) किया, इसके नेविगेशनल एड्स और एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम की सटीकता और कार्यक्षमता की पुष्टि की। यह महत्वपूर्ण कदम कमर्शियल ऑपरेशंस के लिए आवश्यक कड़े सुरक्षा और ऑपरेशनल स्टैंडर्ड्स के प्रति एनआईए की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। वैलिडेशन फ्लाइट के बाद एनआईए एयरोड्रम सर्टिफिकेशन के लिए आवश्यक दस्तावेज को अंतिम रूप देगा और इसे नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) को सौंप देगा। यह उपलब्धि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) और प्रेसिजन एप्रोच पाथ इंडिकेटर (पीएपीआई) सिस्टम के अक्टूबर में सफल कैलिब्रेशन पर आधारित है, जिसे नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) और आरएनपी (आवश्यक नेविगेशन प्रदर्शन) प्रक्रियाओं के सफल सिम्युलेटर परीक्षण का समर्थन प्राप्त था। यह कैलिब्रेशन एनआईए में विमान संचालन के लिए उच्चतम सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित करता है।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने कहा, “नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर वैलिडेशन फ्लाइट्स का सफलतापूर्वक संचालन होना हमारी पूरी टीम के लिए गर्व का क्षण है। यह उपलब्धि उस समर्पण और सावधानीपूर्वक बनाई गई योजना को दर्शाता है जो यह सुनिश्चित करने में लगी है कि हवाई अड्डा कमर्शियल ऑपरेशन के लिए तैयार है। हम हवाई अड्डे के उद्घाटन के लिए तैयार हैं और हवाई अड्डे पर यात्रियों का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं।”
एयरबस ए-320 पर आरएनपी (रिक्वायर्ड नेविगेशन परफ़ॉर्मेंस) की प्रक्रियाओं और आईएलएस प्रस्ताव की प्रक्रियाओं को टेस्ट करने के लिए इस सत्यापन फ्लाइट का आयोजन किया जा रहा है। आरएनपी नेविगेशन स्पेसिफिकेशन का एक सेट है, जिससे एयरक्राफ्ट को बेहद सटीकता के साथ बिल्कुल सही फ्लाइटपाथ पर उड़ने की सहूलियत मिलती है।