कौशाम्बी : ससुराल में दुष्कर्म की शिकार महिला आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद भी कार्रवाई न होने से डरी हुई है. महिला अपने मायके में रह रही है. एएसपी समर बहादुर के पास गुहार लगाने पहुंची दुष्कर्म पीड़िता ने कहा कि उसके ससुर और जेठ के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है. पति ने भी साथ छोड़ दिया है. अब उसका और उसकी दो मासूम बेटियों का भविष्य खतरे में है.
ससुराल में दहेज के लिए प्रताड़ना, ससुर और जेठ ने किया दुष्कर्म
सरायअकिल थाना क्षेत्र की रहने वाली पीड़िता ने बतया कि उसकी शादी साल 2012 में हुई थी. पिता ने हैसियत के मुताबिकदहेज दिया था. ससुरालजन दहेज को लेकर खुश नहीं थे. उसे तरह-तरह से प्रताड़ित किया जाने लगा. ससुर इस्लाम व जेठ ने बलात्कार भी किया. जब अपने पति से शिकायत की तो तलाक की धमकी दी. पति अक्सर दूसरी शादी की धमकी देता. कुछ दिन बाद पति सऊदी चला गया. उसकी दो बेटियां भी हैं. इन्हीं के लिए सब कुछ बर्दाश्त करती रही.
पति नहीं देता घर के खर्च के लिए पैसे
पीड़िता का कहना है कि पति ने उससे वास्ता रखना छोड़ दिया है. उसे खर्च के पैसे भी नहीं भेजता. उसकी दो बेटियों का भविष्य चौपट हो जाएगा. उनकी पढ़ाई बंद है. मायके में किसी तरह गुजारा हो रहा है. उसके पिता लकवा के शिकार हैं. वह मां-बाप पर बेटियों संग बोझ बन गई है. पीड़िता ने कहा कि रिपोर्ट लिखाने के बाद भी खुद को सुरक्षित नहीं महसूस कर रही है. सरकार से इंसाफ की आस लगाए बैठी है. पुलिस ने मुक़दमा लिखने के बाद कुछ नहीं किया.