खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश को लेकर अमेरिका ने अब नया बयान दिया है. अमेरिका के मुख्य राष्ट्रीय सुरक्षा उप सलाहकार जोनाथन फाइनर ने भारत के डिप्टी एनएसए विक्रम मिस्री से मुलाकात की. इस दौरान पन्नू की हत्या की साजिश रचने के मामले पर चर्चा हुई.
व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान के मुताबिक, फाइनर ने अमेरिका में पन्नू की हत्या की साजिश रचने के मामले को लेकर जांच समिति के गठन के भारत के फैसले का स्वागत किया.
बता दें कि पन्नू की हत्या की साजिश रचने में भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता के खिलाफ अमेरिका के खुलकर फ्रंटफुट पर आने के बाद भारत ने विशेष जांच समिति का गठन किया था.
न्यूयॉर्क के साउदर्न डिस्ट्रिक्ट के अटॉर्नी डेमियन विलियम्स ने कहा था कि निखिल गुप्ता ने न्यूयॉर्क के एक नागरिक (पन्नू) की हत्या की साजिश भारत में रची थी. मैनहट्टन में फेडरल प्रॉसिक्यूटर्स ने कहा था कि निखिल गुप्ता (51) ने न्यूयॉर्क के एक निवासी की हत्या की साजिश रचने के लिए भारत सरकार के एक कर्मचारी के साथ काम किया था.
बता दें कि अमेरिकी न्याय विभाग ने पन्नू की हत्या की साजिश रचने के आरोप में एक शख्स पर आरोप तय किए थे. उसी दिन भारत ने कहा था कि वह वॉशिंगटन द्वारा जताई गई चिंताओं की औपचारिक जांच करेगा और उचित कदम उठाएगा.
कौन है गुरपतवंत सिंह पन्नू?
भारत के खिलाफ हमेशा जहर उगलने वाले गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannun) को भारत सरकार ने डेजिग्नेटिड टेररिस्ट यानी आतंकी घोषित कर रखा है. भारत में उसके खिलाफ राजद्रोह के 3 मामलों सहित 22 आपराधिक केस दर्ज हैं. पन्नू सिख फॉर जस्टिस (SFJ) नाम का समूह भी चलाता है, जिसे गृह मंत्रालय ने प्रतिबंधित संगठन की सूची में डाल रखा है.
भारत को तोड़ने की हसरत रखने वाला खालिस्तानी आतंकी पन्नू विदेशी धरती पर कई बार खालिस्तान समर्थकों के साथ भारत विरोधी प्रदर्शन कर चुका है.