देहरादून: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में 8 और 9 दिसंबर को ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का आयोजन होने जा रहा है। इसके लिए तैयारियों को पूरा कराया जा रहा है। उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का उद्घाटन करने पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को देहरादून पहुंचेंगे। इसको लेकर तैयारियों को पूरा कराया गया है। इस समिट में टाटा ग्रुप, अंबानी, अडानी के साथ-साथ लंदन, दुबई और अन्य कई देशों के निवेशक आएंगे। देहरादून के एफआरआई में आयोजित इस समिट को सफल बनाने के लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी लगातार काम कर रहे हैं। पिछले एक साल से इन्वेस्टर समिट के आयोजन की योजना बनाई जा रही है। पिछले चार महीने में सीएम पुष्कर सिंह धामी और उनकी कैबिनेट के सदस्यों और अधिकारियों ने निवेशकों को आकर्षित करने की कोशिश की। उनकी मेहनत का नतीजा है कि प्रदेश को अब तक ढाई लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। धामी सरकार इस आंकड़े को बढ़ाने में जुटी है। सरकार की कोशिश निवेशकों को लाकर प्रदेश में औद्योगिक इकाइयों के विस्तार की है।
पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन
पीएम नरेंद्र मोदी उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 का उद्घाटन करेंगे। इसको लेकर प्रशासनिक स्तर पर कई तैयारियां की जा रही हैं। 8 और 9 दिसंबर को वन अनुसंधान संस्थान में सामान्य दिनों की तरह पर्यटकों को इंट्री नहीं मिलेगी। एफआरआई में दोनों दिन सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक केवल समिट के प्रतिभागियों को प्रवेश मिलेगा। यहां काम करने वाले लोगों को प्रवेश के लिए पहचान पत्र जारी किया गया है। उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के लिए ट्रैफिक पुलिस ने वाहनों के रूट परिवर्तित किए हैं। इसके लिए डायवर्जन प्लान जारी किया गया है। आयोजन स्थान एफआरआई से लगे जीएमएस रोड, चकराता रोड और कैंट रोड का प्रयोग न करने की अपील की गई है।
इन्वेस्टर समिट में करीब 3 घंटे रहेंगे पीएम मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में भाग लेने आएंगे। कार्यक्रम के लिए वे सुबह 10:20 बजे देरादून पहुंच जाएंगे। एयरपोर्ट पर राज्यपाल और सीएम धामी उनका स्वागत करेंगे। इसके बाद पीएम मोदी समिट का उद्घाटन करेंगे। उद्घाटन समारोह में देश के 6 प्रमुख उद्योगपतियों का संबोधन होगा। वे उत्तराखंड में निवेश की संभावनाओं पर विजन रखेंगे। समिट में गौतम अडानी, मुकेश अंबानी, बाबा रामदेव समेत अन्य का संबोधन होगा। सुबह 11:34 बजे से पीएम नरेंद्र मोदी का संबोधन होगा। वे उद्योगपतियों से प्रदेश में बढ़ रही संभावनाओं पर चर्चा करेंगे। पहले दिन इन्वेस्टर समिट में कुल चार सत्र होंगे। उद्योग, ऑटो, फार्मा और शिक्षा के क्षेत्र में सेशन होगा। इसके साथ-साथ्ज्ञ स्वास्थ्य और रियल एस्टेट सेक्टर पर आधारित 4 सत्र होंगे।
पार्किंग स्थल का भी निर्धारण
आयोजन स्थल के लिए विभिन्न स्थानों पर पार्किंग भी निर्धारित कर दी गई है। प्रशासन की ओर से आम लोगों को शहर में निकलने से पहले रूट प्लान देखने की सलाह दी गई है। ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के दौरान निर्बाध बिजली आपूर्ति के आदेश दिए गए हैं। इसके लिए बिजली विभाग के पिटबुल ने कमर कस ली है। एफआरआई में सुरक्षा व्यवस्था की लगातार जांच की जा रही है। एडीजी अपराध एवं कानून व्यवस्था एपी अंशुमान ने आयोजन स्थल का जायजा लिया। तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने आयोजन में तैनात किए गए पुलिसकर्मियों को ड्यूटी स्थल पर तीन घंटे पहले पहुंचने का निर्देश दिया है।
रूट डायवर्जन प्लान
- विकास नगर से देहरादून शहर की ओर आने वाले वाहनों को धूलकोट से शिमला बाईपास की ओर डायवर्ट किया जाएगा।
- प्रेम नगर होते हुए शहर की ओर आने वाले ट्रैफिक को प्रेम नगर बाजार से दारू चौक से गोरखपुर चौक शिमला बाईपास की ओर डायवर्ट किया जाएगा।
- प्रेम नगर से पंडितवाड़ी की ओर आने वाले ट्रैफिक को लवली मार्केट होते हुए बसंत विहार की ओर भेजा जाएगा।
- आईएसबीटी से रिस्पाना की ओर आने वाले भारी वाहनों को कारगी चौक से दूधली रोड की ओर भेजा जाएगा।
- हरिद्वार की ओर से आने वाली भारी वाहन को लालतप्पड़ और हरीवाला में रोका जाएगा।
निवेशकों को लुभाने में कामयाबी
उत्तराखंड सरकार ने निवेशकों को आकर्षित करने में कामयाबी हासिल की है। पहाड़ी राज्य में निवेशकों को बेहतर कनेक्टिविटी और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस का हवाला देकर आकर्षित किया गया है। आंकड़ों पर गौर करें तो अब तक देहरादून और उधमसिंह नगर में 2200 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव आए हैं। वहीं, चमोली में 1.95 करोड़ रुपए का निवेश प्रस्ताव आया है। धामी सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, अभ्ज्ञी तक दुबई में 15 हजार 475 करोड़, बेंगलुरु में 460 करोड़, यूके में 1250 करोड़, चेन्नई में 1015 करोड़, दिल्ली में 26 हजार 575 करोड़, अहमदाबाद में 24 हजार करोड़, मुंबई में 30 हजार 200 करोड़, रुद्रपुर में 27 हजार 476 करोड़, हरिद्वार में 37 हजार 820 करोड़, एनर्जी कॉन्क्लेव में 40 हजार 423 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। इसके अलावा अलग-अलग क्षेत्रों में 27 हजार करोड़ रुपए के एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया है।