ग्रेटर नोएडा। ग्रेनो के नॉलेज पार्क स्थित शारदा विश्वविद्यालय के एनएसएस सेल, छात्र कल्याण विभाग और रेड रिबन के सहयोग से रैली निकालकर लोगों को एड्स से बचाव की जानकारी दी गई। एनएसएस सेल के कॉर्डिनेटर डॉ कृष्ण कुमार पांडेय ने बताया कि हम थोड़ी सी सावधानी बरतकर इस संक्रमण से बच सकते हैं,कई बार हमारी थोड़ी सी लापरवाही हमपर भारी पड़ती है। इसकी चपेट में आने पर इस वायरस का असर हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता पर पड़ता है। एचआईवी संक्रमण के बाद हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता घटने लगती है। इस कारण अन्य बीमारियों का प्रकोप बढ़ने की आशंका रहती है,यह एक जानलेवा बीमारी है। यह असुरक्षित यौन संबंध बनाने, संक्रमित सूई लेने या संक्रमित रक्त के संपर्क में आने से हो सकता है। इससे बचकर हम एड्स से बच सकते है। अपनी सेहत पर खुद ही ध्यान देना चाहिए।
छात्र कल्याण विभाग के डीन डॉ प्रमोद कुमार ने कहा कि एचआईवी से संक्रमित होने के आठ साल बाद एड्स के लक्षण दिखते हैं।कभी-कभार तो 10 साल बाद भी इसके लक्षण नहीं दिखते हैं। एक बार संक्रमण होने के बाद इसे ठीक नहीं किया जा सकता है,अबतक यह बीमारी लाइलाज है। ऐसे में बचाव ही एकमात्र उपाय है। हमें हमेशा सतर्क व सावधान रहना चाहिए।इसके लिए समाज में जागरूकता लानी होगी. एचआईवी संक्रमण से जागरूकता से ही लोगों को बचाया जा सकता है।