भारत के साथ दुनिया के कई देशों में दीपावली की तैयारी चल रही है। सिंगापुर में में भी इसकी तैयारी हो रही है। इसके साथ ही यहां एक बैनर भी लगाया गया है, जिस पर दिवाली के बाद बड़ी मात्रा में छोड़े गए कचरे को साफ करने की अपील की गई है। हालांकि, इस इलाके के सांसद ने कहा है कि गलतफहमी से बचने के लिए इसे हटा दिया जाएगा। आपको बता दें कि सिंगापुर में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोग रविवार को दिवाली मनाएंगे।
माउंटबेटन रेजिडेंट्स नेटवर्क (आरएन) ने यह बैनर लगाया है। लोगों से से दिवाली समारोह के बाद सफाई करने के लिए कहा गया। आपको बता दें कि सिंगापुर अपनी स्वच्छता के लिए दुनिया में मशहूर है। यहां कूड़ा फैलाना एक अपराध है।
माउंटबेटन के सांसद लिम बायो चुआन ने कहा कि कूड़े विरोधी बैनर आरएन द्वारा लगाया गया है। राष्ट्रीय पर्यावरण एजेंसी (एनईए) ने इसे समर्थन दिया है। गलतफहमी से बचने के लिए इसे हटा दिया जाएगा।
एक दूसरा बैनर में लिम की तस्वीर और माउंटबेटन के लोगों को दिवाली की शुभकामनाएं देने वाला एक संदेश था। पीपुल्स एसोसिएशन द्वारा आरएन बैनर के ऊपर इसे लगाया गया था। इसे हटाया नहीं जाएगा। लिम ने कहा कि एक ही बैनर उनके निर्वाचन क्षेत्र में कई स्थानों पर देखा जा सकता है।
उन्होंने कहा, “मेरे बैनर के ऊपर दूसरा बैनर लगाया गया था। इसे एक विशेष जाति के खिलाफ लक्षित करने के लिए गलत समझा गया। उनका ऐसा इरादा कभी नहीं था।” पूरे सिंगापुर में सांसदों ने अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में दिवाली मनाने वाले मतदाताओं को शुभकामनाएं देने वाले बैनर लगाए हैं।
लिम ने कहा कि उन्होंने बुधवार को आरएन अध्यक्ष के साथ बैनर का मुद्दा उठाया। उन्हें बताया कि आरएन को दीपावली समारोह के बाद छोड़े गए कूड़े के बारे में वर्षों से निवासियों से प्रतिक्रिया मिली थी। लिम ने कहा कि आरएन सदस्यों ने पहले जिम्मेदार जॉस पेपर जलाने के बारे में संदेश देखे थे। उन्हें लगा कि कूड़ा न फैलाने की चेतावनी उचित थी।
बुधवार को फेसबुक यूजर Susiilaa Shanmugam ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट डाला, जिसमें उन्होंने माउंटबेटन में लगाए गए दो बैनरों पर सवाल उठाया। उन्होंने लिखा, “संदेश का उद्देश्य सकारात्मक प्रतीत होता है, लेकिन इसका उपयोग बहुत गलत समय पर किया जा रहा है। त्यौहार एक ऐसा समय होता है जब जिन लोगों ने कठिन समय सहा है वे अपने परिवार और दोस्तों के साथ एकजुट होने के लिए एक साथ आते हैं।” द स्ट्रेट्स टाइम्स ने सुसीला के हवाले से कहा, “मुझे उम्मीद है कि आने वाले चीनी नव वर्ष के लिए भी यही संदेश देखने को मिलेगा।”