ग्रेटर नोएडा। लॉयड इंजीनियरिंग कॉलेज ने हैकइंडिया 2025 का शुभारंभ किया है, जो कि वेब3 और एआई पर केंद्रित भारत का सबसे बड़ा हैकथॉन है। यह 24 घंटे लगातार चलने वाला कार्यक्रम 9 मई को सुबह 11:30 बजे प्रारंभ हुआ और 10 मई को सुबह 11:30 बजे संपन्न होगा। इस एक दिवसीय आयोजन में नवाचार, समस्या समाधान और रचनात्मक कोडिंग का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा।
सीशार्प और सिंग्युलैरिटीनेट जैसे तकनीकी भागीदारों के सहयोग से यह आयोजन देश भर के प्रतिभाशाली युवाओं को एक मंच पर ला रहा है। हैकथॉन की शुरुआत मनोहर थायरानी, अध्यक्ष, लॉयड समूह के प्रेरणादायक उद्घाटन भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने कहा, “यह कृत्रिम बुद्धिमत्ता का युग है और हमें इसके परिवर्तनकारी सामर्थ्य का उपयोग भविष्य के निर्माण हेतु करना चाहिए।”
टी.के. मंगलम, ग्रुप लीडर, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने कहा, “हैकथॉन जैसे आयोजन जटिल समस्याओं के समाधान हेतु आवश्यक हैं। नवाचार में निष्पादन की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है और एआई के सतत विकास के साथ अद्यतित रहना अत्यावश्यक है।”
प्रो. राजीव अग्रवाल, निदेशक, एलआईईटी ने संस्थान की व्यावहारिक शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा, “हमारा उद्देश्य छात्रों को चुनौतीपूर्ण और प्रेरणादायक वास्तविक जीवन सीखने के अवसर प्रदान करना है।”
डॉ. ए. काकोली राव, संयोजक, हैकइंडिया 2025 ने जानकारी दी कि इस कार्यक्रम के लिए 3500 से अधिक छात्रों ने पंजीकरण कराया, जिसमें से दो ऑनलाइन चयन चरणों के बाद 84 सर्वश्रेष्ठ टीमों के 301 प्रतिभागियों को अंतिम भौतिक राउंड के लिए चुना गया। ये प्रतिभागी देश के 10 राज्यों और 50 से अधिक संस्थानों से आए हैं।
इस प्रतियोगिता में 1,50,000 अमेरिकी डॉलर की विशाल पुरस्कार राशि घोषित की गई है, जो इसे भारत के सबसे आकर्षक हैकथॉनों में से एक बनाती है। श्री सैम्स, प्रतिनिधि, हैकइंडिया ने जूरी संरचना और कार्यक्रम अनुसूची की जानकारी दी तथा चयन प्रक्रिया की पारदर्शिता पर बल दिया।
पर्दे के पीछे, एलआईईटी के हेक्सक्लेन क्लब ने निशी और ओम शर्मा के नेतृत्व में कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित करने हेतु दिन-रात मेहनत की।
कार्यक्रम में डॉ. ए.एल.एन. राव, डॉ. ए.पी. श्रीवास्तव, प्रो. पीयूष गर्ग, डॉ. एस.पी. द्विवेदी, डॉ. हर्षिता, दीपिका और अतुल जैसे गणमान्य अतिथियों तथा 500 से अधिक छात्रों की उपस्थिति रही.