देहरादून। रिलायंस के ज्वेलरी शोरूम में हुई लगभग 20 करोड़ की डकैती में पुलिस की जांच नालंदा (बिहार) के सुबोध गैंग पर केंद्रित हो गई है। पुलिस को जांच में पता चला कि देहरादून की ही तरह कुछ समय पहले दिल्ली, बंगाल और महाराष्ट्र में भी रिलायंस के ज्वेलरी शोरूम में डकैती हुई थी। इनमें सुबोध गैंग का नाम सामने आया था।
ऐसे में पुलिस अब गैंग के सदस्यों की कुंडली खंगालने में जुट गई है। इसके लिए एक टीम दिल्ली और एक बिहार भेजी गई है। प्रारंभिक जांच में जो सुराग पुलिस को मिले, उनके अनुसार सुबोध गैंग अलग-अलग राज्यों में वारदात के लिए ठेके पर बदमाश हायर करता है।
पुलिस के संज्ञान में अब तक रिलायंस के ज्वेलरी शोरूम में डकैती की तीन घटनाएं आई हैं। पहली घटना दिल्ली के पीतमपुरा में वर्ष 2021 में हुई थी। उस घटना में डकैत शोरूम से करीब साढ़े तीन करोड़ के गहने लेकर फरार हो गए थे।
हालांकि, एक सप्ताह बाद पुलिस ने सात डकैतों को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद अप्रैल 2023 में रायगंज (बंगाल) और जून 2023 में महाराष्ट्र में रिलायंस के ज्वेलरी शोरूम में डकैती हुई। इन सभी घटनाओं में बिहार के कुख्यात सुबोध व अन्य गैंग का हाथ सामने आया था।
रिलायंस के ज्वेलरी शोरूम साफ्ट टारगेट
पुलिस के अनुसार, रिलायंस कंपनी की ओर से अपने ज्वेलरी शोरूम फ्रेंचाइजी के रूप में दिए जाते हैं। पूर्व में हुई घटनाओं में सामने आया कि शोरूम में सुरक्षा के ठोस प्रबंध नहीं थे। इसलिए ये शोरूम बदमाशों के निशाने पर रहते हैं। गुरुवार को देहरादून में रिलायंस के जिस ज्वेलरी शोरूम में वारदात हुई, वहां भी सुरक्षा के ठोस प्रबंध नहीं होने की बात सामने आई। अब पुलिस ने शोरूम मैनेजर को सुरक्षा के पर्याप्त प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं। एसएसपी ने बताया कि घटना के बाद सभी ज्वेलरी शोरूम के बाहर पुलिस की निगरानी बढ़ा दी गई है।
नालंदा के राजीवपुर में चलती है ट्रेनिंग
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि डकैती के लिए ठेके पर डकैत हायर किए जाते हैं। उनसे तय किया जाता है कि डकैती डालने पर उन्हें कितना हिस्सा मिलेगा। डकैती को अंजाम देने वाले बदमाशों को एक-दूसरे के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती, जिससे कोई बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़ भी जाए तो वह अन्य के बारे में जानकारी न दे सके। इसके लिए नालंदा के राजीवपुर में बदमाशों को बाकायदा ट्रेनिंग दी जाती है।
पुलिस ने झोंकी पूरी ताकत
रिलायंस के ज्वेलरी शोरूम में डकैती करने वाले बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने पूरी ताकत झोंक दी है। शहर कोतवाली के साथ नेहरू कालोनी, रायपुर, पटेलनगर, सेलाकुई व अन्य थानों की पुलिस जांच में लगाई गई है। घटना का पर्दाफाश करने के लिए चार टीम गठित की गई हैं, जिनकी निगरानी खुद एसएसपी अजय सिंह कर रहे हैं।
होटलों का खंगाला जा रहा रिकार्ड
पुलिस होटल और धर्मशालाओं का रिकार्ड भी खंगाल रही है। पुलिस को अंदेशा है कि बदमाशों ने अगर घटना से पहले रेकी की है तो वह कुछ दिन किसी होटल या धर्मशाला में रुके होंगे। ऐसे में पुलिस यह पता लगा रही है कि पांच से नौ नवंबर के बीच होटल व धर्मशालाओं में कौन-कौन रुका।