उत्तर प्रदेश के आगरा में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी केंद्र में दो सगी बहनों ने सुसाइड नोट लिखकर आत्महत्या कर ली। मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सुसाइड नोट में तीन लोगों द्वारा शोषण करने और धोखा देने का जिक्र किया गया है। मामले में मृतका के भाई ने तहरीर दी थी। पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
दरअसल, जगनेर थाना क्षेत्र में बसेड़ी रोड में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी केंद्र चलता है। इसे क्षेत्र की ही रहने वाली दो सगी बहनें चलाती थी। बीती रात दोनों के शव फंदे पर लटके मिले। वहीं पास में ही सुसाइड नोट पड़ा मिला। सुसाइड नोट में हैरान कर देने वाली बातें लिखी मिली। मामलें में मृतका के भाई सोनू सिंघल ने थाने में तहरीर दी। तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। इसमें चार लोगों को नामजद किया गया।
एसीपी खेरागढ़ महेश कुमार ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमों का गठन किया है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी ताराचंद, गुड्ड्न और महिला पूनम को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। चौथे आरोपी नीरज की गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयास
यह है पूरा मामला
ब्रह्माकुमारी की दो सगी बहनें एकता (38) और शिखा (32) के शव शुक्रवार को फंदे पर लटके मिले। घटनास्थल पर दो सुसाइड नोट भी मिले हैं। इसमें माउंट आबू और ग्वालियर स्थित सेंटर से जुड़े दो लोगों सहित चार पर उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। एकता और शिखा के पिता का नाम अशोक कुमार सिंघल है, जो तांतपुर में रहते हैं। बताया गया है कि एकता और शिखा ने करीब आठ साल पहले माउंट आबू स्थित ब्रह्माकुमारी के मुख्यालय में दीक्षा ली थी। इसके बाद दोनों ने जगनेर में सेंटर शुरू किया था।
परिवार के लोगों को देर शाम रूपवास सेंटर से जानकारी मिली कि उनकी दोनों बेटियों ने आत्महत्या कर ली है। इस पर वो पहुंचे। दोनों बहनों के शव हॉल में कुछ ही दूरी पर साड़ी से लटके मिले। पुलिस मौके पर पहुंची। दो सुसाइड नोट मिले हैं। इनमें एकता का तीन और शिखा का एक पेज का सुसाइड नोट है। सुसाइड नोट में नीरज सिंघल नामक व्यक्ति पर धोखा देने, उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं।