अम्बेडकरनगर में अकबरपुर के पूर्व बाहुबली विधायक पवन पांडेय को एसटीएफ लखनऊ की टीम ने उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया है. जमीन से जुड़े एक मामले में पूछताछ को लेकर एसटीएफ ने पूर्व विधायक को गिरफ्तार किया है. पूर्व विधायक को मेडिकल कराकर अम्बेडकर नगर कारगार भेज दिया है. पूर्व विधायक पर धोखाधड़ी व जालसाजी कर करोड़ों की जमीन अपने सहयोगियों के नाम एग्रीमेंट के लिए साजिश करने का आरोप लगा है. इस मामले में एक वर्ष पहले अकबरपुर कोतवाली में धोखाधड़ी और जालसाजी सहित कई अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था. अब इस मामले में पुलिस ने विवेचना कर चार्जशीट न्यायालय में दाखिल कर दिया था, बाद हाईकोर्ट के आदेश पर एसटीएफ मामले की जांच कर रही थी.
पूर्व विधायक पवन पांडेय और इनके सहयोगियों पर अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र के नासिरपुर बरवा निवासी चम्पा देवी पत्नी केदारनाथ सिंह ने कोतवाली अकबरपुर में धोखधड़ी कर जमीन का गलत दाम में एग्रीमेंट कराने का आरोप लगाया था. चम्पा देवी ने आरोप लगाया था कि उनके बेटे को नशे का इंजेसक्शन लगाकर एग्रीमेंट करा लिया था, बाद में बेटे की मौत उसकी शादी वाले दिन ही हो गई. चम्पा देवी ने आरोप लगाया कि फर्जी शादी कर फर्जी लड़की को बेटे कि पत्नी के रूप में प्रस्तुत कर जमीन हथियाने की साजिश रची गई. इस मामले में अन्य कई आरोपियों की गिरफ्तारी हो गई थी, हालांकि पूर्व विधायक पवन पांडेय अभी तक रसूख के बल पर बचे थे. इस मामले में एसटीएफ ने देर शाम उनके आवास से उन्हें गिरफ्तार किया है.
बाहुबली हैं पूर्व विधायक पवन पांडेय
साल 1991 में अकबरपुर विधानसभा से पवन पाण्डेय शिवसेना से विधायक बने लेकिन उसके बाद अकबरपुर सीट से कई बार वह निर्दलीय और लोजपा से चुनाव लड़े लेकिन हार गए. सुल्तानपुर जनपद से लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुके है लेकिन वहां भी पराजित हो गये. बाबरी मस्जिद गिराने के मामले में भी पवन पांडेय पर मुकदमा दर्ज हुआ था. सीबीआई ने उनके विरुद्ध आरोपपत्र भी दाखिल किया था. वर्तमान समय में पवन पांडेय के भाई राकेश पांडेय जलालपुर सीट सपा से विधायक हैं, जबकि भतीजा रीतेश पांडेय अंबेडकरनगर से बीएसपी से सांसद है. बीते विधानसभा चुनाव में इनके बड़े पुत्र प्रतीक पाण्डेय कटेहरी विधान सभा क्षेत्र से बीएसपी से चुनाव लड़े लेकिन हार गए. पवन पांडेय के ऊपर यूपी के कई जिलों में 4 दर्जन से अधिक हत्या, लूट व अन्य आपराधिक केस दर्ज है.